कोरोना के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय स्मार्टफोन बाजार में मांग घटी है। इसके अलावा वैश्विक बाजार में भारत के स्मार्टफोन निर्यात में गिरावट आई है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत अब विश्व का सबसे बड़ा देश है। इस देश के करीब 60 करोड़ लोग अब स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन 2023 की पहली तिमाही में स्मार्टफोन मार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली। रिसर्च फर्म CANALYSE के मुताबिक, इस साल के पहले तीन महीनों में पिछले साल के मुकाबले स्मार्टफोन की बिक्री में 20 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले साल इन तीन महीनों में स्मार्टफोन की बिक्री काफी ज्यादा रही थी।
स्मार्टफोन बाजार में आई इस गिरावट के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं। इनमें उपयोगकर्ताओं के बीच गिरती मांग, अत्यधिक मूल्य वृद्धि, घटक की कमी आदि शामिल हैं। यहां यह बताना जरूरी है कि साल 2022 के आखिरी तीन महीनों में सैमसंग ने शाओमी को मात दी थी। सैमसंग ने नए साल में भी 21 फीसदी मार्केट शेयर हड़प लिया। और उन्होंने इस देश में 63 लाख स्मार्टफोन बेचे हैं।
शाओमी चौथे नंबर पर खिसक गई है
जबकि चीनी ब्रांड Xiaomi ने 50 लाख यूनिट स्मार्टफोन बेचे हैं। इससे उनका स्थान गिरकर चौथे स्थान पर आ गया है। स्मार्टफोन की बिक्री के मामले में सैमसंग के बाद ओप्पो का स्थान है, उन्होंने देश में 55 लाख स्मार्टफोन लाए हैं। और वीवो 54 लाख यूनिट की बिक्री के साथ तीसरे स्थान पर है।
कैनालिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हालांकि इस साल के पहले तीन महीनों में बाजार गिरावट पर था, क्योंकि कंपनियों ने नए उत्पाद लॉन्च किए, बाजार को इस मंदी से बहुत जल्दी उबरने की उम्मीद है। खुदरा, स्थानीय सोर्सिंग, विनिर्माण अनुसंधान और विकास को अनुकूलित करने से बाजार का कायापलट हो जाएगा।
Canalys की रिपोर्ट के मुताबिक सैमसंग ने अपने लेटेस्ट 5G फोन के साथ ऑफलाइन मार्केट में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। इस बीच, ऐपल भी अपने ऑफलाइन स्टोर्स के जरिए भारत में अपने कारोबार का विस्तार करना चाह रही है। इन दोनों कंपनियों ने 2023 के पहले तीन महीनों में 4 बिलियन डॉलर से अधिक के निर्यात के साथ भारत की स्मार्टफोन निर्यात दर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कैनालिस की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैश्विक स्मार्टफोन बाजार का रुझान भी चिंताजनक है। 2023 के पहले तीन महीनों में, पतन पिछले वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत था। यह गिरावट लगातार तीन तिमाहियों से जारी है। मुख्य कारण उच्च इन्वेंट्री, आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान और मूल्य वृद्धि हैं।
सैमसंग इकलौती ऐसी कंपनी है जो इस साल पिछली बार से बेहतर स्थिति में है। और यह 22 प्रतिशत शेयर के साथ वैश्विक बाजार में पहले स्थान पर है। वहीं, ऐपल 21 फीसदी हिस्सेदारी के साथ दूसरे नंबर पर है। इनके बाद Xiaomi, Oppo और Vivo का नंबर आता है।