शक्तिशाली बैटरी की मांग ऐसे समय में आई है जब इलेक्ट्रिक वाहन बढ़ रहे हैं। इसके लिए विभिन्न संगठन आपस में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उच्च क्षमता वाली बैटरियों की मार्केटिंग कौन किससे कर सकता है? चीन की समकालीन एम्पीरेक्स टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड या सीएटीएल (सीएटीएल) ने उस दौड़ में अपनी सफलता की घोषणा की। बुधवार को कंपनी ने अपनी अब तक की सबसे पावरफुल बैटरी से पर्दा उठाया। कंपनी का दावा है कि यह इलेक्ट्रिक विमानों में इस्तेमाल के लिए उपयुक्त है।
यह फुल चार्ज पर 1000 किमी की रेंज देगी
शंघाई में अनावरण समारोह में, CATL के प्रमुख वैज्ञानिक वू काई ने कहा कि उनके पास प्रति किलोग्राम 500 वाट घंटे ऊर्जा का उत्पादन करने की क्षमता है। बैटरी को कंपनी ने किलिन नाम दिया है। जो फुल चार्ज पर 1000 किलोमीटर तक की रेंज देगी। कंपनी बैटरी में इस्तेमाल होने वाली तकनीक को कंडेंस्ड स्टेट कहती है।
नई बैटरी को लेकर कंपनी का बयान
यह हल्की और शक्तिशाली बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया में एक नया सवेरा लाएगी। लेकिन इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री, कीमत और बाजार पर इसके असर को लेकर सवाल हैं! सूत्रों के मुताबिक, दुनिया की सबसे बड़ी बैटरी निर्माता CATL इस साल इन बैटरियों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने की योजना बना रही है। वू ने कहा कि बैटरी का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक विमान में किया जाएगा।
इस बीच CATL ने बैटरी की कीमत के बारे में कुछ नहीं बताया है। सिर्फ इतना ही कहा जा रहा है कि इससे विमानों की रेंज 10 गुना बढ़ जाएगी। उनके मुताबिक कंडेंस्ड स्टेट बैटरी सुरक्षित सफर सुनिश्चित करेगी। उन्होंने एनोड सामग्री का आविष्कार किया। फिर से यह उच्च शक्ति कैथोड सामग्री का उपयोग करता है।